Pritam, Arijit Singh, Antara Mitra - Gerua lyrics

[Pritam, Arijit Singh, Antara Mitra - Gerua lyrics]

धूप से निकल के छाँव से फिसल के
हम मिले जहाँ पर लम्हा थम गया
आसमां पिघल के शीशे में ढल के
जम गया तो तेरा चेहरा बन गया

दुनिया भुला के तुमसे मिला हूँ
निकली है दिल से ये दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ
राँझे की दिल से है दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ
हाँ निकली है दिल से ये दुआ
हो रंग दे तू मोहे गेरुआ

हो तुमसे शुरू तुमपे फ़ना
है सुफियाना ये दास्तां
मैं कारवां, मंज़िल हो तुम
जाता जहाँ को हर रास्ता तुमसे जुड़ा जो
दिल ज़रा संभल के दर्द का वो सारा
कोहरा छन गया

दुनिया भुला के तुमसे मिला हूँ
निकली है दिल से ये दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ
हो राँझे की दिल से है दुआ


रंग दे तू मोहे गेरुआ

हो वीरान था दिल का जहां
जिस दिन से तू दाखिल हुआ इक जिस्म से
इक जान का दर्ज़ा मुझे हासिल हुआ
हाँ फीके हैं सारे नाते जहां के
तेरे साथ रिश्ता गहरा बन गया

दुनिया भुला के तुमसे मिला हूँ
निकली है दिल से ये दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ
राँझे की दिल से है दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ
निकली है दिल से ये दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ

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