Pritam, Krishnakumar Kunnath - Tujhe Sochta Hoon lyrics

[Pritam, Krishnakumar Kunnath - Tujhe Sochta Hoon lyrics]

तुझे सोचता हूँ मैं शाम-ओ-सुबह
इससे ज़्यादा तुझे और चाहूँ तोह क्या
तेरे ही ख्यालों में डूबा रहा
इससे ज़्यादा तुझे और चाहूँ तोह क्या

बस सारे गम में जाना संग हूँ तेरा
हर इक मौसम में जाना संग हूँ तेरे
अब इतने इंतिहां भी न ले मेरे

आसंग हूँ तेरे आसंग हूँ तेरे
आसंग हूँ तेरे

मेरी धड़कनों में ही तेरी सदा
इस कदर तू मेरी रूह में बस गया
तेरी यादों से कब रहा में जुड़ा
वक़्त से पूछ ले वक़्त मेरा गवाह

बस सारे गम में जाना संग हूँ तेरा
हर इक मौसम में जाना संग हूँ तेरे
अब इतने इंतिहां भी न ले मेरे



आसंग हूँ तेरे आसंग हूँ तेरे
आसंग हूँ तेरे

तू मेरा ठिकाना मेरा आशियाना
ढले शाम जब भी मेरे पास आना
है बाहों में रहना कहीं अब न जाना
हूँ महफूज़ इनमे बुरा है ज़माना

बस सारे गम में जाना संग हूँ तेरा
हर इक मौसम में जाना संग हूँ तेरे
अब इतने इंतिहां भी न ले मेरे

आसंग हूँ तेरे आसंग हूँ तेरे
आसंग हूँ तेरे

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