Pritam, Arijit Singh - Raabta lyrics
[Pritam, Arijit Singh - Raabta lyrics]
सभी के लिए किसी न किसी को है बनाया
हर किसी के लिए तेरा मिलना है उस रब का इशारा
मानो मुझको बनाया तेरे जैसे ही किसी के लिए
कहते हैं: खुदा ने इस जहां में
सभी के लिए किसी न किसी को है बनाया
हर किसी के लिए तेरा मिलना है उस रब का इशारा
मानो मुझको बनाया तेरे जैसे ही किसी के लिए
कुछ तोह है तुझ से राब्ता
कुछ तोह है तुझ से राब्ता
कैसे हम जाने, हमे क्या पता
कुछ तोह है तुझ से राब्ता तू हमसफ़र है
फिर क्या फ़िक्र है जीने की वजह ही यही है
मरना इसी के लिए
कहते हैं: खुदा ने इस जहां में
सभी के लिए किसी न किसी को है बनाया
हर किसी के लिए
हम्म मेहरबानी जाते-जाते मुझपे कर गया
गुज़रता सा लम्हा एक दामन भर गया
तेरा नज़ारा मिला, रोशन सितारा मिला
तक़दीर की कश्तियों को किनारा मिला
सदियों से तरसे है जैसी ज़िन्दगी के लिए
तेरी सोहबत में दुआएं हैं उसी के लिए
तेरा मिलना है उस रब का इशारा
मानो मुझको बनाया तेरे ही जैसे किसी के लिए
कुछ तोह है तुझ से राब्ता
कुछ तोह है तुझ से राब्ता
कैसे हम जाने हमे क्या पता
कुछ तोह है तुझसे राब्ता
तू हमसफ़र है, फिर क्या फ़िक्र है
जीने की वजह ही यही है मरना इसी के लिए
कहते हैं: खुदा ने इस जहां में
सभी के लिए किसी न किसी को है बनाया
हर किसी के लिए